बाराबंकी। बैंक bank की गलती के कारण परिषदीय विद्यालयों vidyalaya में कार्यरत शिक्षामित्र और रसोइया को 2 माह से मानदेय mandey नहीं मिल पाया है। अब बैंक के करीब 10 हजार से अधिक खाते हटाए जाएंगे।दीपावली Dipawali में आइएफसी कोड IFSC code बदलने से कर्मचारियों karmchariyon के खाते में भेजा गया मानदेय नहीं पहुंच पाने की बात बताई जा रही है। मानदेय mandey के लिए यह लोग भटक रहे हैं। परिषद ने सभी कर्मचारियों karmchariyon का बैंक खाता राष्ट्रीय कृत शाखाओं में खोलने के निर्देश दे दिए हैं।
जिले District 2426 परिषदीय विद्यालयों vidyalaya में लगभग 2700 से अधिक शिक्षामित्र और 7 हजार रसोइया कार्यरत हैं। इनका मानदेय आर्यावर्त ग्रामीण बैंक से निकलता है। दीपावली Dipawali में बेसिक शिक्षा परिषद basic shiksha parishad की ओर से मानदेय भेजा गया, लेकिन मानदेय नहीं पहुंचा, सभी की दीपावली Diwali फीकी ही रहीं। मानदेय mandey न पहुंचने से कर्मचारी karmchari काफी दुखी हुए और अधिकारियों को पत्राचार किया।
जिलाधिकारी DM और महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी BSA ने जांच की, तो पता चला कि ग्रामीण बैंक का आईएफसी कोड IFSC code बदलने के कारण मानदेय mandey किसी भी कर्मचारी karmchari के खाते में नहीं पहुंच पाया है।
जांच रिपोर्ट report में लिखा गया है कि बैंक ने आइएफसी कोड IFSC code बदलने की जानकारी नहीं दी, यदि मिल जाती तो कोड बेसिक शिक्षा परिषद basic shiksha parishad के पोर्टल से सही करा दिया जाता और शिक्षामित्र और रसोइयों को दिक्कतें न आतीं। रिपोर्ट report के आधार पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बीएसए BSA ने आदेश जारी कर दिया है कि ग्रामीण बैंक से खाते हटाकर राष्ट्रीय कृत बैंकों Account में खोला जाए।
प्रथम यूपी बैंक, आर्यावर्त ग्रामीण बैंक और बड़ौदा को मर्ज कर ग्रामीण बैंक बना दिया गया है। यह कार्य मई May 2025 में हुआ था, इसके बाद डाटा इंट्री का कार्य चल रहा था। आइएफसी कोड IFSC code विभाग vibhag तक नहीं पहुंच पाया है। इसलिए खाता हटाने का आदेश जारी किया है। बात-चीत चल रही है। बीएसए BSA मान गए हैं। -नवीन अवस्थी, मुख्य प्रबंधक ग्रामीण बैंक, बाराबंकी।
ग्रामीण बैंक से खाते हटाए हटाने के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। बैंक की गलती से कर्मचारियों karmchariyon को मानदेय नहीं मिल पाया है। अब राष्ट्रीय कृत बैंक में खाते खुलवाए जाएंगे। -संतोष देव पांडेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी BSA।
